हमारे पिछले लेख से आप लोगों को यह तो समझ आ गया होगा की आखिर म्यूच्यूअल फंड्स क्या होता है और इसमें कौन कौन और किस तरह से निवेश कर सकता है। इसके साथ ही उस लेख में हमने म्यूच्यूअल फंड्स निवेश के फायदों और हानियों के ऊपर भी चर्चा की थी और आप सब पाठकों ने उस लेख को काफी लोगों तक पहुँचाया, उसके लिए आप सबका शुक्रिया क्यंकि आपका यह प्यार और support ही हमें ऐसे और लेख लिखने के लिए प्रेरित करता है जिसको पढ़कर लोगों को फायदा हो और ज्ञान में वृद्धि हो।
तो इसी श्रृंखला में आगे बढ़ते हुए अब बारी है यह जानने की आखिर म्यूच्यूअल फंड्स कितने तरह के होते हैं और इन सब में क्या क्या अलग होता है, परन्तु इस से पहले अगर आपने हमारा लेख ” म्यूच्यूअल फंड्स क्या होता है ” नहीं पढ़ा है तो कृपया नीचे दिए गए लिंक पर जाकर जरूर पढ़ लें ताकि यह लेख आपको और अच्छे से समझ आ सके:
1) https://hindipen.com/2024-best-mutual-funds-vs-stocks-pro-cons/
2) https://hindipen.com/web-stories/a-brief-guide-to-pro-cons-of-mutual-funds-investment-2/
तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और आज के इस महत्वपूर्ण विषय को समझने का प्रयास करते हैं।
Types of Mutual Funds/ म्यूच्यूअल फंड्स के प्रकार
Contents
- 1 Types of Mutual Funds/ म्यूच्यूअल फंड्स के प्रकार
- 1.1 1) Based on Asset Class/ परिसंपत्ति पर आधारित
- 1.2 2) Classification based on Structure/ ढांचा आधारित
- 1.3 3)Risk Based/ जोखिम आधारित
- 1.4 4)Investment Goals/ निवेश लक्ष्य पर आधारित
- 1.5 5)Specialized Funds/ विशेष प्रकर के निवेश
- 2 DISCLAIMER/अस्वीकरण
किसी शायर ने क्या खूब कहा है की
मैं अकेला ही चला था जानिब ऐ मंज़िल
मगर
लोग जुड़ते गए और कारवां बनता गया
कुछ यही हाल म्यूच्यूअल फंड्स का भी रहा है और कभी निवेश बाजार में एक छोटे निवेश विकल्प रूप में जाना जाने वाला ये म्यूच्यूअल फण्ड बाजार, आज निवेश के बड़े विकल्पों के रूप में देखा जाने लगा है। और छोटे से बड़े बन जाने के इस सफर में, म्यूच्यूअल फंड्स के बहुत से नए नए रूप देखने को मिले और इसी कारण विभिन्न प्रकार के म्यूच्यूअल फंड्स आज बाज़ार में उपलब्ध हैं जो निवेशकों की अलग अलग जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अलग अलग निवेश विकल्प की सहूलियत प्रदान करते हैं।
बाजार में उपलब्ध विकल्पों की बात अगर करें तो म्यूच्यूअल फंड्स को कई आधारभूत श्रेणियों में जैसे की बाजार जोखिम, निवेश उद्देश्य परिसंपत्ति प्रकार या विशेष फंड्स आदि में बांटा जा सकता है। आगे इन श्रेणियों में भी और प्रकार हैं जिनको हम इस लेख में आपके सामने प्रस्तुत करेंगे, तो आपसे निवेदन है की हमारे साथ जुड़े रहे और लेख को पूरा पढ़ें।
1) Based on Asset Class/ परिसंपत्ति पर आधारित
निवेशकों से प्राप्त हुए पैसों को, कोई AMC या परिसंपत्ति प्रबंधन निकाय, बाजार में किस प्रकार निवेश करता है इस आधार पर म्यूच्यूअल फंड्स को बांटा जाता है क्योंकि निवेश किये गए पैसों पर कितनी बढ़त निवेशक को प्राप्त होगी, उसका अंदाज़ा लगाने में यहाँ से काफी मदद मिल जाती है। इस श्रेणी को आगे और हिस्सों में बनता गया है जिसका विवरण नीचे दिया गया है:
1) Equity Funds/ Stock Funds/ शेयर बाज़ार निवेश
जैसा की नाम से ही पता चलता है, EQUITY MUTUAL FUNDS , निवेशकों के पैसों को शेयर बाज़ार में किसी विशेष शेयर में निवेश करते हैं और इसी कारण ” Equity based Mutual Funds are highly influenced by stock market” अर्थात इस प्रकार के म्यूच्यूअल फंड्स का मुनाफा/नुकसान, शेयर बाज़ार की स्थिति पर निर्भर करता है।
A) लाभ
इस प्रकार के निवेश द्वारा, निवेशकों को कम समय में बहुत अधिक मुनाफा मिल सकता है क्योंकि बाज़ार की तेज़ी से इनको सीधा फायदा मिलता है।
B) हानि
अब चूँकि ये निवेश सीधा शेयर बाज़ार से जुड़े होते हैं और कम समय में अधिक मुनाफा देते हैं पर इसके साथ साथ ये अपने शेयर बाज़ार के जोखिमों को भी साथ लाते हैं और इसी कारण इस निवेश में काफी अधिक जोखिम होता है।
2) Debt Funds/ ऋण निवेश
डेब्ट फंड्स यानि की नियमित आय का साधन और वो भी कम से कम बाजार जोखिम के साथ। इस तरह के म्यूच्यूअल फंड्स बाजार में केवल निश्चित आय साधन जैसे की सरकारी बांड्स, सिक्योरिटीज, T-BILL, FIXED MATURITY PLANS आदि में निवेश करते हैं और इसी कारण एक सुरक्षित निवेश के रूप में प्रचलित हैं।
A) लाभ
निश्चित अवधि में निश्चित आय का फायदा और कम से कम जोखिम।
B) हानि
चूँकि ये फंड्स शेयर में निवेश नहीं करते हैं इसी कारण इनमें लाभ का अनुपात कम रहता है।
3)Hybrid Funds/ संतुलित निवेश
इसको आप एक तरह से उस पुल के रूप में समझ सकते हैं जो बांड्स और स्टॉक्स को जोड़ता है मतलब की कुछ पैसा शेयर मार्किट में निवेश किया जाता है और कुछ पैसा सरकारी बांड्स में ताकि स्टॉक फंड्स का मुनाफा केवल डेब्ट फंड्स के जोखिम पर प्राप्त किया जा सके।
A) लाभ
कम जोखिम में भी डेब्ट फंड्स से बेहतर मुनाफा।
B) हानि
भले ही शेयर बाजार में निवेश कम हो परन्तु निवेश पर शेयर मार्किट का जोखिम सदा ही बना रहेगा।
2) Classification based on Structure/ ढांचा आधारित
ढांचा से अभिप्राय है की किसी म्यूच्यूअल फण्ड में निवशक किस प्रकार से NAV / यूनिट को खरीद और बेच सकते हैं। इसके आधार पर म्यूच्यूअल फंड्स को 3 श्रेणियों में बांटा जाता है:
1)Open Ended/ खुला निवेश विकल्प
इस तरह के म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश पर वक़्त सम्बन्धी या units/ इकाई सम्बन्धी कोई रोक टोक या प्रतिबंधन नहीं होता और निवेशक अपनी मर्ज़ी के अनुसार NAV/ म्यूच्यूअल फंड्स यूनिट्स को कभी भी खरीद- बेच सकता है।
A) लाभ
निवेश में तरलता/liquidity इस तरह के म्यूच्यूअल फंड्स का सबसे बड़ा फायदा है जिसके कारण निवेशक अपनी सुविधा अनुसार पैसा निवेश कर सकते हैं और निकाल भी सकते हैं।
B) हानि
जहाँ एक और LIQUIDITY एक फायदेमंद मापदंड है वहीँ दूसरी और इसका नुकसान भी है की निवेशक लम्बे समय तक पैसा निवेश नहीं रख पाते और इसी कारण मुनाफा काफी कम हो जाता है और रिस्क बढ़ जाता है।
2)Closed Ended/ बंधा निवेश विकल्प
FIXED MATURITY PERIOD और यूनिट्स की संख्या पर AMC का नियंत्रण इस फंड की विशेषता है और निवेशकों का पैसा Maturity Period तक निवेशित ही रहता है।
A) लाभ
चूँकि निवेशित पैसा एक लम्बे समय तक बाज़ार में निवेशित रहेगा इसलिए अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
B) हानि
Low Liquidity/ तरलता पर नियंत्रण यानि की निवेशक अपनी मर्ज़ी से पैसा वापिस नहीं निकाल सकते बल्कि एक समय तक यह मार्किट में निवेशित ही रहता है और Maturity के बाद ही पैसा वापिस निकाल सकते हैं।
3)Interval Funds/Mixed funds/ अंतराल आधारित
खुले और बंद दोनों पाकर के निवेश का मिला जुला स्वरुप यानि INTERVAL FUNDS मतलब की निवेशक “पूर्व निर्धारित निश्चित अंतराल” पर ही पैसा निवेश कर सकते हैं और निकाल सकते हैं।
A) लाभ
कम समय के आर्थिक लक्षय को प्राप्त करने में बहुत ही कामयाब।
B) हानि
कम से कम 2 साल तक कोई लेन देन नहीं किया जा सकता।
3)Risk Based/ जोखिम आधारित
म्यूच्यूअल फण्ड निवेश जैसा की सब जानते हैं, बाज़ार जोखिमों के अधीन है और ऐसे में इसी आधार पर इनको विभिन्न श्रेणियों में बांटा जाता है जो की आप आगे पढ़ेंगे:
1)Low Risk/ कम जोखिम
जैसा की नाम से पता चलता है ये फंड्स काफी कम रिस्क के साथ आते हैं और कम समयावधि के आर्थिक लक्ष्यों को पूर्ण करते हैं।
A) लाभ
बहुत ही कम जोखिम पर मुनाफा कमाने का अच्छा साधन।
B) हानि
म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश के बावजूद, बहुत ही कम मुनाफा लगभग 8%-9%.
2)Medium Risk/ मध्यम जोखिम
संतुलित म्यूच्यूअल फंड्स का एक स्वरुप जहाँ निवेशकों का पैसा शेयर बाजार और डेब्ट फंड्स दोनों ही में थोड़ा थोड़ा निवेश किया जाता है।
A) लाभ
मध्यम दर्जे के जोखिम पर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
B) हानि
शेयर बाजार सम्बंधित जोखिम हमेशा बना ही रहता है जिस कारण कई बार निवेशकों के पैसों पर अच्छा मुनाफा नहीं मिल पाता।
3)High Risk/ उच्च जोखिम
लगभग सारा पैसा स्टॉक मार्किट में लगाया जाता है और इसी कारण निवेश सम्बन्धी खतरा काफी ज्यादा हो जाता है।
A) लाभ
सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए अति उत्तम विकल्प जहाँ पर निवेशक 15%-18% या उस से भी ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं।
B) हानि
बहुत ही ज्यादा जोखिम क्योंकि सारा पैसा शेयर बाज़ार में निवेश किया जाता है और ऐसे में बाज़ार में हुई किसी भी हलचल का सीधा असर निवेशकों के पैसों पर पड़ता है।
4)Investment Goals/ निवेश लक्ष्य पर आधारित
निवेश करने वाले व्यक्ति समाज के अलग अलग समुदाय से आते हैं और ऐसे में सबके अपने अलग अलग लक्ष्य होते हैं जिनको पूरा करने के लिए वो लोग मुतुतल फंड्स में निवेश करते हैं। इन्ही लक्ष्यों को मद्देनज़र रखते हुए म्यूच्यूअल फंड्स को निम्न प्रकार से बांटा जाता है:
1)Growth Funds/ वृद्धि निवेश
इस फण्ड में ज्यादातर पैसा स्टॉक मार्किट में लगा होता है और लम्बे समय में अच्छे मुनाफे की सम्भावना होती है। इस निवेश का लक्ष्य लम्बे समय में पूँजी को बढ़ाना होता है।
A) लाभ
अच्छा मुनाफा होने की सम्भावना होती है और पूँजी में अच्छी बढ़त के साथ मूल वापिस प्राप्त किया जा सकता है।
B) हानि
जोखिम ज्यादा होता है क्योंकि स्टॉक मार्किट में पैसा लगाया जाता है और साथ ही साथ लम्बे समय के लिए पैसा बाजार में लगाना पड़ता है।
2)Tax Saving/ कर बचत निवेश
जैसा की नाम से पता चलता है, इस प्रकार के म्यूच्यूअल फंड्स मुख्यतः टैक्स सेविंग्स पर आधारित होते हैं और स्टॉक्स में पैसा निवेश करते हैं। यह फंड्स प्रमुखतः नौकरी पेशा लोगों के लिए उपयुक्त रहते हैं जो लाम्बस्य समय तक पैसा निवेश रखते हुए सालाना आय कर बचत का लाभ उठाना चाहते हैं।
A) लाभ
आयकर बचत के साथ साथ अच्छा मुनाफा।
B) हानि
लम्बे समय तक पैसा निवेश करना पड़ता है।
3)Aggressive Growth/ अधिक वृद्धि लक्ष्य
इस तरह के निवेश में रिस्क और ज्यादा बढ़ जाता है क्योंकि ये सारा पैसा शेयर मार्किट/ स्टॉक्स में निवेश करते हैं।
A) लाभ
सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए अति उत्तम विकल्प जहाँ पर निवेशक 15%-18% या उस से भी ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं।
B) हानि
बहुत ही ज्यादा जोखिम क्योंकि सारा पैसा शेयर बाज़ार में निवेश किया जाता है और लम्बे समय तक बाज़ार में टिकी रहने की प्रतिबद्धता।
4)Capital Protection/ पूँजी सुरक्षा निवेश
जो निवेशक थोड़ा ही जोखिम उठा सकता है यह निवेश उनले लिए है क्योंकि इसमें ज्यादातर पैसा सरकारी योजनाओं और बांड्स में लगाया जाता है और थोड़ा सा पैसा स्टॉक्स में ताकि विपरीत परिस्थियों में भी निवेशक का मूलधन जोखिम मुक्त रहे।
A) लाभ
सुरक्षित निवेश का पर्याय और बहुत ही कम जोखिम वाला निवेश विकल्प।
B) हानि
मुनाफा कम रहता है क्योंकि शेयर बाजार में पैसा बहुत कम लगाया जाता है। इस निवेश में आप 10% तक के मुनाफे का अनुमान लगा सकते हैं।
5)Pension Funds/ पेंशन फंड्स
इस प्रकार के निवेश मुख्यतः लम्बे समयावधि वाले होते हैं और इनका मुख्य उद्देश्य सेवानिवृति के बाद एक रकम प्राप्ति का होता है। जो लोग अपने भविष्य को लेकर सजग हैं और एक अच्छी धनराशि के साथ रिटायरमेंट चाहते हैं वो इस तरह के फंड्स में पैसा लगा सकते हैं।
A) लाभ
कम जोखिम क्योंकि पैसा स्टॉक्स के साथ साथ डेब्ट फंड्स में भी लगाया जाता है।
B) हानि
लम्बी समयावधि का निवेश क्योंकि लक्ष्य ही सेवानिवृति/ रिटायरमेंट के बाद की आर्थिक सुरक्षा पर आधारित होता है।
5)Specialized Funds/ विशेष प्रकर के निवेश
कुछ फंड्स ऐसे भी होते हैं जो विशेष प्रकार की बाज़ार गतिविधियों या निवेशक की विशेष पंसद पर आधरित होते हैं। इस प्रकार के कुछ विकल्प निम्नलिखित है:
1)Sector Funds/ क्षेत्रीय निवेश
ये म्यूच्यूअल फंड्स किसी एक चुने हुए सेक्टर में ही सारा पैसा लगते हैं मसलन की बैंकिंग सेक्टर, मेडिकल सेक्टर या निर्माण गतिविधियों वाला कोई सेक्टर।
A) लाभ
कुछ सेक्टर किसी नियत समय पर अन्य सेक्टर के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन करते हैं और बेहतर मुनाफा प्रदान कर सकते हैं।
B) हानि
किसी एक ही सेक्टर में पैसा निवेश करने के कारण पूँजी जोखिम काफी ज्यादा हो जाता है और समय समय पर सेक्टर प्रदर्शन की निगरानी बहुत जरुरी बन जाती है।
2)Index Funds/ सूचकांक निवेश
शेयर बाजार के सूचकांक को ध्यान में रखते हुए, इस प्रकर के फंड्स बज़्ज़ार में शेयर्स की भागीदारी के अनुपात में पैसा निवेश करते हैं।
A) लाभ
शेयर मार्किट के चुने हुए फंड्स में निवेश होने के कारण, पूँजी जोखिम काफी कम रह जाता है।
B) हानि
बहुत ज्यादा मुनाफा नहीं हूँ पता क्योंकि केवल कम जोखिम वाले फंड्स में ही पैसा निवेश किया जाता है।
3)Emerging Sector/ विकासशील निवेश
इस निवेश में पैसा उन कंपनियों पर लगाया जाता है जो बाज़ार में अभी नयी हैं और विकास की ओर अग्रसर हैं। जैसे की नए स्टार्टअप्स और नव निर्माण इकाइयां।
A) लाभ
क्योंकि कंपनी विकासशील अवस्था में हैं, ऐसे में निवेशकों को अच्छा मुनाफा प्रदान किया जाता है ताकि निवेशकों के पैसे को ज्यादा समय तक कंपनी के विकास में लगाकर रखा जा सके।
B) हानि
बहुत ही ज्यादा जोखिम नयी इकाई का कोई प्रदर्शन इतिहास नहीं होता और ही कंपनी चलाने वालों की क्षमताओं का सही अंदाजा होता है। ऐसे में अगर कंपनी को कोई नुकसान होता है तो निवेशकों का सारा पैसा एक झटके में डूब सकता है।
4)Foreign Funds/ विदेशी निवेश
जैसा की नाम से पता चलता है, इस निवेश में निवेशक का पैसा किसी दूरी देश की मार्किट में निवेश किया जाता है।
A) लाभ
अगर पैसा किसी विकसित देश के बाज़ार में निवेश किया गया है तो अच्छा मुनाफा होने की प्रबल सम्भावना रहती है।
B) हानि
पूँजी जोखिम बढ़ जाता है क्योंकि किसी दूसरे देश की अर्थव्यवस्था का सही सही अनुमान लगाना कई बार संभव नहीं हो पता।
5)Global Funds/ वैश्विक निवेश
इस तरह के म्यूच्यूअल फंड्स विदेश और देश दोनों ही बाज़ारों में पैसा थोड़ा थोड़ा निवेश करते हैं ताकि दोनों तरफ की अर्थव्यवस्था का लाभ लिया जा सके।
A) लाभ
किस एक देश की अर्थव्यवस्था चरमराने पर भी, निवेशक को दूसरे देश से मुनाफा प्राप्त हो सकता है।
B) हानि
विभिन्न देशों में पैसा लगाना और उन देशों की अर्थव्यवस्था का सही सही आकलन एक मुश्किल कार्य है।
DISCLAIMER/अस्वीकरण
इस लेख में दी गयी सभी जानकारी, केवल पाठकों की जानकारी हेतु है और हम किसी भी निवेश के लिए पाठकों को प्रोत्साहित नहीं करते हैं और न ही किसी निवेश पर किसी प्रकार के मुनाफे की कोई गारंटी देते हैं।
जैसा की आप सब जानते हैं, म्यूच्यूअल फण्ड निवेश बाज़ार जोखिमों के अधीन है ऐसे में किसी भी तरह के निवेश से पहले पेशेवर व्यक्ति की सलाह लें और अपने विवेक का इस्तेमाल करके ही निवेश करें।
ज्यादा जानकारी के लिए mutualfundssahihai.com पर जाएं।